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किसान भाई फसल बीमा बिहार (Fasal Bima Bihar) का ऐसे लें लाभ

दोस्तों, इस लेख के माध्यम से हम आपको फसल बीमा बिहार (Fasal Bima Bihar) के बारे में बतायेंगे. सरकार ने फसल बीमा के तहत बिहार राज्य फसल सहायता योजना को शुरू किया है. दोस्तों आपको बिहार राज्य फसल सहायता योजना का लाभ लेने के कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है. आप सभी लोग इस योजना का लाभ घर बैठे ले सकते हैं. अक्सर सही जानकारी न मिल पाने के कारण किसान भाईयों को साइबर कैफ़े जाना पड़ता है, जिससे उनका काफी वक़्त और पैसा दोनों बर्बाद होते हैं. इतना करने के बावजूद भी किसान भाई Fasal Bima Bihar का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं. इस लेख का मकसद ही किसान भाइयों को डिजिटल तौर पर सशक्त बनाना है, जिससे किसान भाई Bihar rajya fasal sahayata yojana 2021 से जुड़ी जानकारी खुद भर सकें.

फसल बीमा बिहार|Fasal Bima Bihar|Bihar rajya fasal sahayata yojana 2021

किसानों की आय दोगुना करने के उद्देश्य से केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसी कड़ी में बिहार सरकार ने भी बिहार राज्य फसल सहायता योजना शुरू की है. फसल बीमा बिहार(Fasal Bima Bihar) राज्य के किसानों को फसल क्षति होने पर आर्थिक सहायता प्रदान करता है. यह योजना प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़, सूखा या ओले से फसल को होने वाले नुकसान की भरपाई करने में मदद करती है. इसके तहत राज्य सरकार द्वारा एक से 20% फसल को नुकसान होने पर 7500 रुपये और 20% से अधिक नुकसान होने पर 10,000 रुपये दिए जाते हैं. ये सभी राशि प्रति हेक्टेयर के हिसाब से दी जाती है. यह रकम राज्य सरकार डीबीटी के तहत सीधे किसानों के खाते में ट्रान्सफर करती है. इसकी सबसे खास बात यह है कि किसान को इसके लिए किसी भी प्रकार का प्रीमियम नहीं चुकाना होता है.

Fasal Bima Bihar in Highlight
योजना का नाम बिहार राज्य फसल सहायता योजना
लाभार्थी बिहार के किसान
आवेदन का तरीका ऑनलाइन
विभाग सहकारिता
ऑफिसियल वेबसाइट https://pacsonline.bih.nic.in/fsy/
आवेदन आरंभ तिथि शुरू हो चुकी है
आवेदन की अंतिम तिथि कोई अंमित तिथि नहीं है

राज्य सरकार द्वारा किन-किन फसलों की जाएगी भरपाई

Bihar Fasal Yojana के तहत किसान भाइयों को हर फसल में मुवावजा नहीं प्रदान किया जाएगा. राज्य सरकार द्वारा फसलों की एक सूची तैयार की गयी है. उन्हीं फसलों को नुकसान होने पर आर्थिक सहायता दी जाएगी.

गेहूं तथा मक्काराज्य के 38 जिलों
चनासभी जिलों
चने17 जिलों में भरपाई की जाएगी
मसूर35 जिलों में भरपाई की जाएगी
अरहर22 जिलों में भरपाई
ईख(गन्ना)16 जिलों में भरपाई
राई और सरसोंसभी जिलों
प्याज14 जिलों
आलू 15 जिलों
फसल बीमा योजना बिहार |Fasal Bima Yojana Bihar

बिहार फसल सहायता योजना 2021 के तहत बिहार के किसानों को फसल नुकसान होने पर धनराशि दी जाती है. इसके लिए किसानों को किसी भी प्रकार का कोई प्रीमियम नहीं भरना होता है. इसका लाभ लेने के लिए किसान भाइयों को ऑनलाइन आवेदन भरना होता है. किसानों को रबी से लेकर खरीफ यहां तक कि जायद की फसल के लिए भी क्लेम करना होता है. जो भी इच्छुक किसान भाई हैं वो इस Bihar Fasal Sahayata Yojana की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं और आवेदन कर सकते हैं.

बिहार राज्य फसल सहायता योजना 2021 के दस्तावेज़
  • भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र जोकि एक एमबी से कम होना चाहिए
  • स्व घोषणा प्रमाण पत्र जोकि 400 केबी से कम होना चाहिए
  • आवेदक बिहार का निवासी होना चाहिए
  • आधार कार्ड
  • पहचान पत्र
  • बैंक की पासबुक
  • बैंक की भी अनिवार्य है
  • खेती की ज़मीन के कागज़ात
  • मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो

Fasal bima yojana bihar online registration

  • सबसे पहले  बिहार राज्य फसल सहायता योजना की ऑफिसियल वेबसाइट जाना होगा.
  • इसके बाद रजिस्ट्रेशन के विकल्प पर जाना होगा या क्लिक करना होगा.
  • फिर विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज  खुलेगा.
  • तत पश्चात आधार है या नहीं के विकल्प दिखाई देगा और आधार होने पर आधार वाले आप्शन पर क्लिक करना होगा.
  • आधार के हाँ वाले आप्शन पर क्लिक करने के बाद आधार नंबर पूछा जायेगा और उससे भरे.
  • आधार नंबर भरने के बाद और नाम भरें, फिर सबमिट करें.
बिहार राज्य फसल सहायता योजना हेल्पलाइन नंबर

इस योजना में किसी भी प्रकार समस्या होने पर किसान भाई हेल्पलाइन नंबर पर सम्पर्क कर सकते हैं. नंबर और ई-मेल के ज़रिये किसान भाई अपनी परेशानी का समाधान पा सकते हैं.

  • Helpline Number- 18003456290
  • Email Id- kisanreghelp@gmail.com

केवल 6 स्टेप्स में Pm kisan beneficiary status चेक करें

सरकार ने 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य रखा है. इसी के चलते सरकार ने कई योजनाओं की शुरुआत भी की थी. Pm Kisan Saman Nidhi योजना उन्हीं में से एक है.अच्छी फसल के माध्यम से किसान भाइयों को हम लाभार्थी स्टेटस (pm kisan beneficiary status) चेक करना सिखाएंगे. अक्सर किसान भाई सम्मान निधि के फॉर्म भरने की पूर्ण जानकारी न होने के कारण गलतियां कर बैठते हैं, जिस कारण सम्मान निधि की राशि नहीं कर पाते हैं इसलिए आपसे अनुरोध है कि लाभार्थी स्टेटस(pm kisan beneficiary status) चेक करने के लिए लेख को अंत तक पढ़ें.

पीएम किसान सम्मान निधि योजना क्या है | What is Kisan Samman Nidhi Yojana

यह केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है. यह योजना छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है. इसके तहत किसानों को दो हज़ार रुपये तीन किस्तों में दिए जाते हैं. यह राशि केंद्र सरकार सीधे किसानों के खातों में ट्रान्सफर करती है. इस राशि को प्राप्त करने के लिए किसानों को खुद को किसान पोर्टल पर रजिस्टर कराना होता है. इस योजना के तहत अभी तक सरकार 7 किस्तें किसानों के खातों में भेज चुकी है. ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि इस योजना की 8वीं क़िस्त होली से पहले किसानों के खातों आ सकती है.

लाभार्थी स्टेटस |pm kisan beneficiary status

किसान भाईयों को किसान सम्मान निधि योजना के लिए आवेदन करने के बाद स्टेटस जानना भी ज़रूरी है. किसान भाई केवल 6 स्टेप्स में pm kisan beneficiary status जान सकते हैं. उसके लिए निचे दिए गये स्टेप को फॉलो करें.

  • pm kisan beneficiary status आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर देखा जा सकता है.
  • किसान भाइयों को इसके लिए pmkisan.gov.in की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा
  • वेबसाइट खुलने के बाद फार्मर कार्नर पर जाना होगा
  • तत पश्चात् किसान भाइयों को लाभार्थी सूची के लिंक पर क्लिक करना होगा
  • किसान भाई अपना राज्य, ज़िला, उप-ज़िला, ब्लॉक और गांव के बारे जानकारी को भरें
  • इसके बाद  किसान भाई Get Click के आप्शन पर जा कर जानकारी हासिल कर सकते हैं
सम्मान निधि के लिए हेल्पलाइन नंबर | Helpline number for Kisan samman nidhi

सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए अन्य कई टोल फ्री नंबर भी जारी किए हैं, ताकि यदि किसी के खाते में पैसे क्रेडिट नहीं हुए हों या क्रेडिट होने में देर हो रही हो, वे यहां अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. किसान भाई pm kisan beneficiary status की जानकारी भी इन नंबर से ले सकते हैं.

  • PMKSN टोल फ्री नंबर: 18001155266
  • पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर:155261
  • kisan samman nidhi लैंडलाइन नंबर्स: 011—23381092, 23382401
  • पीएम किसान की नई हेल्पलाइन: 011-24300606
  • kisan samman की एक और हेल्पलाइन है: 0120-6025109

Pm Kisan Yojana: केवल 5 स्टेप्स में चेक करें 8वीं क़िस्त

किसानों की आय दोगुना करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि(Pm Kisan Yojana) योजना को शुरू किया था. इसके तहत किसानों को 6000 रुपये की सहायता राशि तीन किस्तों में दी जाती है. Achhifasal.com के इस लेख के माध्यम से हम आपको प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि(Pm Kisan Yojana) योजना के बारे में कई जानकारियां देंगे. जिसमें पीएम किसान सम्मान निधि योजना क्या है, इसका लाभ कौन-कौन ले सकता है, इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें, पी. आपसे अनुरोध है कि इस योजना के बारे में सबकुछ जानने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़ें.

पीएम किसान सम्मान निधि (pm kisan yojana) योजना क्या है  ?

kisan samman nidhi केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है. यह योजना छोटे और सीमान्त किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है. इसके तहत जिन किसानों के पास 2 हक्टेयर या 4.9 एकड़ से कम भूमि है उन्हें 2000 रुपये तीन किस्तों में प्रदान किए जाते हैं. यह राशि केंद्र सरकार द्वारा सीधे किसानों के खाते में भेजी जाती है.

पीएम किसान सम्मान निधि( pm kisan yojana) योजना का उद्देश्य क्या है ?
  • पीएम kisan samman nidhi योजना का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक मदद पहुंचना है
  • इसका उद्देश्य किसानों की वित्तीय ज़रूरतों को भी पूरा करना है
  • ये छोटे और सीमान्त किसानों को उनके निवेश और अन्य ज़रूरतों को सुनिश्चित करने में मदद करती है
  • यह योजना किसानों को साहूकारों के चुंगल में फसने से बचाती है जिससे उनके कृषि कार्य बिना किसी रुकावट के चलते रहे
  • यह योजना किसानों की कृषि पद्धितियों के आधुनिकरण में सहायता करती है
भूमिहीन किसानों को भी मिलेगा लाभ( kisan samman nidhi Latest Update)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 जनवरी 2021 को असम का एकदिवसीय दौरा किया था. इस दौरान प्रधानमंत्री ने असम के शिवसागर ज़िले में 1.6 लाख भूमिहीन मूल निवासियों को पट्टे बांटे थे.इसके बाद इन लोगों को ज़मीन का आधिकारिक हक़ मिल जाएगा. इसके बाद इन किसानों को केंद्र और राज्य सरकारों की तमाम योजनाओं का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा. इन किसानों को पीएम किसान(PM Kisan) योजना का लाभ भी मिलना शुरू हो जाएगा.

पीएम किसान योजना (Pm Kisan Yojana) की विशेषतायें
योजना का नाम PM-KISAN YOJANA
योजना का पूरा नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना
लॉन्च की तारीख 24 फ़रवरी 2019
मंत्रालय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय
वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/
होली के बाद मिलेगी पीएम किसान सम्मान निधि की 8वीं क़िस्त

इस बार केंद्र सरकार होली के त्योहार के बाद किसान सम्मान निधि की 8वीं क़िस्त भेज सकती है. सहायता राशि के तौर पर किसानों के खाते में 2000 रुपए की राशि भेजी जाएगी. Kisan samman nidhi से 12 मार्च 2021 तक कुल 11.71 करोड़ किसान जुड़ चुके हैं. केंद्र सरकार ने इस योजना के पात्र किसानों का नाम हटाने की शुरुआत भी कर दी है. अब इस योजना का लाभ हक़दार किसान ही ले पाएंगे.

आवेदन करने का पहला तरीका(Kisan samman Registration Process)  

किसान भाई Pm kisan samman nidhi का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले नोडल ऑफिसर से मिलें. नोडल ऑफिसर को राज्य सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है. किसान भाई अपने क्षेत्र के लेखपाल और पटवारी से भी आवेदन के लिए सम्पर्क कर सकते हैं. किसान भाई किसान जनसेवा केंद्र जाकर भी योजना के लिए पंजीकरण करा सकते हैं.

कैसे होता है रजिस्ट्रेशन( How to Register)

  1. पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in/) पर जाएं.
  2. नया पेज खुलने के बाद किसान भाई फार्मर कार्नर पर जायें.
  3. इसके बाद किसान भाई Beneficiary List पर क्लिक करें.
  4. फिर एक नया पेज खिलेगा जिसमें राज्य, ज़िला, ब्लॉक और गांव का पता भर दें.
  5. तत पश्चात् किसान भाई Get Report पर क्लिक करें
निष्कर्ष

PM Kisan Yojana योजना का लाभ उठा किसान तरक्की की तरफ बढ़ रहे हैं. केंद्र सरकार की इस योजना का लाभ देश का हर किसान उठा रहा है.

Kusum Yojana: किसानों की आमदनी दोगुनी करने वाली योजना

केंद्र सरकार ने साल 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य रखा है. सरकार इसके लिए कई योजनाएं चला रही है, जिसमें केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी Kusum Yojana भी शामिल है. इस योजना को बिजली संकट से जूझ रहे इलाकों को ध्यान में रखकर शुरू किया है. इसके सिंचाई के लिए उपयोग होने वाले डीजल और बिजली के पम्प को सोलर पम्प से चलाया जाएगा. इस योजना के माध्यम से किसान भाई अपने उपयोग के साथ-साथ बिजली को बेच भी सकेंगे.

कुसुम योजना (Kusum Yojana) को कब शुरू किया गया |When kusum scheme started in hindi

इस योजना का ऐलान साल 2018-19 के बजट सत्र में किया गया था. पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस योजना की घोषणा की थी. इस योजना को मार्च 2019 में औपचारिक रूप से स्वीकृति मिली लेकिन इसके लिए दिशा-निर्देश जुलाई 2019 में बनकर तैयार हुए. इस योजना का विस्तार साल 2020 के बजट में किया गया.

कुसुम योजना( Kusum Yojana) का उद्देश्य | Objective of Kusum Scheme in hindi

किसान भाइयों को फसल की सिंचाई करने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कम पानी के कारण किसानों को कई बार नुकसान उठाना पड़ता है. केंद्र सरकार की कुसुम योजना के ज़रिये किसान अपने खेत में सौर ऊर्जा पम्प या उपकरण लगा सकते हैं. कुसुम योजना का लाभ लेकर किसान अपनी ज़मीन पर सोलर पैनल लगा सकते हैं. इसके माध्यम से बनने वाली बिजली का उपयोग किसान खेती के लिए कर सकते हैं. इस योजना के तहत सरकार ने साल 2022 तक 25750 मेगावाट बिजली उत्पाद का लक्ष्य भी रखा है.

कुसुम योजना का पूरा नाम | Full form of Kusum Yojana in Hindi

कुसुम योजना का पूरा नाम प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान है. इस योजना के तहत 20 लाख सोलर पम्प किसानों को सब्सिडी दी जाएगी. किसानों को सोलर पैनेल लगाने के लिए केवल 10% का भुगतान करना होगा. बाकी की 60% रकम केंद्र सरकार किसानों के खातों में सब्सिडी के तौर पर ट्रान्सफर करेगी. बैंक इसके लिए 30% लोन मुहैया करायेंगे. इस लोन की भरपाई किसान भाई बिजली उत्पादन के ज़रिये कर सकते हैं.

निष्कर्ष

केंद्र सरकार की कुसुम योजना न केवल किसानों के लिये लाभदायक है बल्कि लीज पर लैंड लेकर व्यापार करने वाले के लिए भी बेहतर विकल्प साबित हो सकता है.

Up Shadi Anudan Yojana: बेटियों की शादी के लिए सरकार देती है ₹51,000 की मदद

उत्तर प्रदेश शादी अनुदान योजना | Shadi Anudan| Sadi Anudan|विवाह अनुदान | Vihah Anudan|शादी अनुदान स्टेटस |Shadi Anudan Status|Sadianudan|Shadianudan|विवाह हेतु अनुदान |Vihav hetu Anudan|Swd Up|शादी अनुदान ऑनलाइन |shadi Anudan Online|SWD Up| कन्या विवाह योजना|शादी अनुदान की राशि |shadi anudan form in PDF| शादी अनुदान फॉर्म डाउनलोड|shadi anudan online

गरीब परिवारों को बेटी की शादी करने में किसी भी प्रकार का कष्ट न उठाना पड़े, इसके लिए केंद्र और राज्य स्तर पर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. इन्हीं योजनाओं में से एक है उत्तर प्रदेश शादी अनुदान योजना(Up Shadi Anudan Yojana). उत्तर प्रदेश सरकार इस योजना के तहत शादी लायक लड़कियों को ₹51000 की मदद देती है. दोस्तों इस लेख के माध्यम से अच्छी फसल आपको शादी अनुदान से जुड़ी हर जानकारी उपलब्ध कराएगा, जिसमें विवाह अनुदान के लिए आवेदन कैसे करें, शादी अनुदान का स्टेटस कैसे चेक करें, इसके आवेदन की प्रकिया क्या है, कौन-कौन लोग इसका लाभ उठा सकते हैं और ज़रूरी दस्तावेज क्या है.

UP Shadi Anudan Yojana 2021

उत्तर प्रदेश सरकार कन्याओं की भलाई के लिए हमेशा से तत्पर रही है. सरकार ने कन्या विवाह को ध्यान में रखकर भी योजना चलाई है. इसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की पुत्री की शादी के लिए सरकार की तरफ़ से मदद दी जाती है. UP Shadi Anudan Yojana 2021 के तहत 51000 रुपए की धनराशि प्रदान की जाती है. इसका लाभ लेने के लिए पुत्री की उम्र 18 साल और पुत्र की आयु 21 वर्ष होनी आवश्यक है. इसका लाभ एक परिवार की दो कन्याओं को ही प्राप्त हो सकेगा.

विवाह अनुदान योजना के लिए शर्ते |Up Sadi Aundan Yojana condition

इस योजना का लाभ शहर और गांव में बसे दोनों परिवार उठा सकते हैं. गांव में रहने वाले जिन परिवारों की वार्षिक आय 46800 रुपये से कम है, वो इसका लाभ उठा सकते हैं. शहर में रहने वाले परिवारों की आय 56400 से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए. आवेदन करने वाला परिवार या व्यक्ति उत्तर प्रदेश का होना चाहिए. आवेदनकर्ता ग़रीबी रेखा से नीचे का होना चाहिए. इसके तहत 51,000 रुपए की मदद राशि लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है. इसके लिए आवेदनकर्ता के पास किसी भी राष्ट्रीय बैंक में खाता होना ज़रूरी है.

विवाह अनुदान योजना का लाभ कौन-कौन ले सकता है

योजना का लाभ अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति ,अन्य पिछड़ा वर्ग ,अल्पसंख्यक ,सामान्य वर्ग के परिवारों की बेटियों को मिलेगा. इसका लाभ लेने के लिए लड़की की उम्र 18 और लड़के की उम्र 21 साल होने ज़रूरी है.

विवाह अनुदान का लाभ लेने के लिए कितने दिन के भीतर अप्लाई करना होगा | Vivah Anudan ke liye kitne din ke bhitar apply karna hoga

इस यूपी विवाह अनुदान योजना 2021 के तहत आवेदन केवल शादी के 90 दिन पहले या 90 दिन बाद तक ही स्वीकार्य है. इस योजना के अंतर्गत लड़कियों को अनुदान के साथ चिकित्सा सुविधा भी प्रदान की जाती है.

उत्तर प्रदेश विवाह अनुदान योजना 2021 की पात्रता
  • आवेदन करने वाला उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए
  • सालाना आय ग्रामीण क्षेत्र के लिए 46800 रुपये और शहरी क्षेत्र के लिए 56400 से ज्यादा नहीं होना चाहिए
  • शादी अनुदान योजना के लिए आवेदनकर्ता गरीबी रेखा से नीचे का व्यक्ति होना चाहिए
यूपी विवाह अनुदान योजना 2021 के दस्तावेज | vivahanudan documents
  • आधार कार्ड
  • जाति प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • आवेदक का पहचान पत्र
  • बैंक खाता नंबर
  • मोबाइल नंबर
  • आवेदक का शादी प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटो
उत्तर प्रदेश विवाह अनुदान योजना 2021 ऑनलाइन आवेदन कैसे करे ?
  • शादी अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा.
  • योजना की वेबसाइट http://www.shadianudan.upsdc.gov.in/ है
  • वेबसाइट पर जाने के बाद इस प्रकार का होम पेज खुलेगा
  • इसके बाद आवेदनकर्ता को अपने अनुसार अपनी जाती को चुनना होगा
  • इसके बाद कुछ इस तरह का पेज खुल जाएगा, जिसमें आवेदनकर्ता पूछी गई सभी जानकारी को भरें

इसे पूरा भरने के बाद फॉर्म को भविष्य के लिए सुरक्षित रखें ताकि आगे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने पर बदला जा सकें.

शादी अनुदान फॉर्म डाउनलोड
  • इसका फॉर्म डाउनलोड करने के लिए पहले इस लिंक पर जाना होगा http://www.shadianudan.upsdc.gov.in/
  • इसके बाद फॉर्म का प्रिंट निकालने के http://www.shadianudan.upsdc.gov.in/LandingPage_Edit.aspx इस लिंक पर क्लिक करना होगा.
यूपी विवाह अनुदान योजना में आवेदन पत्र की स्थिति कैसे देखे ?
  • इस योजना के आवेदन की स्थिति जानने के लिए पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा
  • इसके बाद चौथे नंबर के बिंदु पर क्लिक करना होगा
  • नीचे दिखाया गया है कैसे करना है
  • और इस लिंक पर क्लिक करें http://www.shadianudan.upsdc.gov.in/LandingPage_Edit.aspx
उत्तर प्रदेश शादी अनुदान सहायता नंबर | Uttar Pradesh shadi anudan Helpline Number
  • सरकार ने आवेदनकर्ता को किसी भी प्रकार परेशानी का सामना ना करना पड़े, इस लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं
  • सामान्य, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के हेल्पलाइन नंबर 18004190001 है
  • अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी शासनादेश के लिए हेल्पलाइन नंबर 18001805131 और 0522-2288861 है
  • अल्पसंख्यक वर्ग श्रेणी शासनादेश के लिए हेल्पलाइन नंबर 0522-2286199 है
निष्कर्ष

दोस्तों आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी जरुर बताएं. Up Shadi Anudan Yojana के ऊपर लिखा गया हमारा लेख आपके और आपके चाहने वालो के लिए मददगार साबित हो सकता है. आप कमेंट कर इसके बारे में जरुर बताएं.

रबी की फसल किसे कहते हैं आसान भाषा में जानें|Rabi ki fasal kise kahate hain

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दोस्तों, आपको अच्छी फसल के इस लेख के माध्यम से Rabi ki fasal के बारे में जानकारी देंगे. इस लेख में आपको Rabi ki fasal के बारे में सबकुछ जानने को मिलेगा. जिसमें Rabi ki fasal परिभाषा, ये फसल कब बोई और काटी जाती है और रबी-खरीफ की फसल में अंतर आदि शामिल है. आपसे अनुरोध है कि रबी के बारे सबकुछ जानने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़ें.

रबी की फसल किसे कहते है ( What is rabi fasal in hindi)

सर्दी से लेकर वर्षा ऋतू के बीच में उगाई जाने वाली फसलों को रबी की फसल के नाम से जाना जाता है.रबी की फसलों की बुआई आमतौर पर अक्टूबर से नवंबर के महीने में की जाती है. इन फसलों की कटाई मार्च से अप्रैल के बीच होती है. रबी की फसलों को उगाने के लिए कम तापमान तथा पकते समय खुश्क और गर्म वातावरण की आवश्यकता होती है. इन फसलों को सर्दी की फसलों के रूप में भी जाना जाता है.

रबी की फसल कब बोई जाती है (when Rabi crops are sown in hindi)

rabi crops को उगाने के लिए कम तापमान की आवश्यकता होती है. जिस कारण इनकी बुआई आमतौर पर शीत ऋतू यानी कि अक्टूबर से नवंबर के महीने के बीच में की जाती है.

when rabi crop is harvested in hindi

रबी की फसल को पकते समय खुश्क वातावरण की जरूरत होती है. इसलिए फसल की कटाई मार्च से अप्रैल के महीने के बीच में की जाती है.

रबी और खरीफ की फसल में अंतर ( Difference between Rabi or Kharif fasal in Hindi)

भारतीय कृषि क्षेत्र में रबी और खरीफ़ की फ़सलों को प्रमुख फसलें माना जाता है. इन दोनों ही फ़सलों को साल में अलग-अलग सीजन में उगाया और कटा जाता है.Rabi ki fasalकी बुआई अक्टूबर से नवंबर के बीच में जाती है. इन फ़सलों की कटाई मार्च से अप्रैल के बीच में की जाती है. खरीफ की फसल की बुआई अप्रैल से जुलाई के बीच की जाती है. इन फ़सलों की कटाई अक्टूबर से नवम्बर तक की जाती है.

रबी की फसल के उदाहरण( Rabi crops name in hindi)

  • गेंहू
  • जौ
  • जई
  • तोरिया (लाही)
  • राई
  • पीली सरसों
  • अलसी
  • कुसुम
  • मक्का
  • चना
  • मटर
  • मसूर
  • राजमा
  • बरसीम
  • मशरूम
  • आलू

रबी की में खरपतवार के नाम

देशभर में रबी की फसल के सीजन में सबसे ज़्यादा गेंहू की फसल को बोया जाता है और सीजन की सभी फसलों को उगने और बढ़ने के लिए लगभग एक ही प्रकार के मौसम की ज़रूरत होती है. इसी कारण इस सीजन में सभी फ़सलों में लगभग एक ही प्रकार की खरपतवार पनपती है. अक्सर इस सीजन में दो प्रकार की खरपतवार को फसलों में पनपता हुआ देखा गया है. इसमें पहली खरपतवार चौड़ी पत्तियों वाली है जिनके नाम बथुआ, सेंजी, दूधी, कासनी, जंगली पालक अकरी, जंगली मटर, कृष्णनील, सत्यानाषी हिरनखुरी हैं. रबी की फसलों के बीच दूसरे प्रकार की खरपतवार भी उगती है, जिसे चौड़ी पत्तियों वाली खरपतवार कहा जाता है. इसमें मोथा, कांस, जंगली जई, चिरैया बाजरा एवं अन्य घासें शामिल हैं.

दोस्तों, रबी की फसल से जुड़ी जानकारी आप लोगों को कैसी लगी कमेंट कर के ज़रूर बताएं.

Bhulekh UP| भूलेख यूपी| खसरा खौतनी नक्शा कैसे देखें|How to Check Land Records in Uttar Pradesh

दोस्तों, अच्छी फसल के इस लेख के ज़रिये आपको भूलेख यूपी(Bhulekh UP) से सम्बंधित जानकारी हासिल होगी. इस लेख के माध्यम से आपको खसरा खतौनी के बारे में भी जानने को मिलेगा.लेख में हम आपको ऑनलाइन खसरा निकलना भी सिखायेंगे. आपसे अनुरोध आपको भूलेख यूपी(Bhulekh Uttar Pradesh) के बारे में सबकुछ जानने के लिए लेख तो अंत तक पढ़ें और बताएं गए निर्देशों का पालन करें.

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Bhulekh Uttar Pradesh| भूलेख यू पी| भूलेख किसे कहते है |Bhulekh definition in hindi

भूलेख का अर्थ इसके नाम से ही स्पष्ट हो रहा है. भू का अर्थ भूमि से है और लेखा का मतलब भूमि का लेखा-जोखा से है. किसी भी व्यक्ति की भूमि से सम्बन्धी विवरण को भूलेख कहा जाता है. उत्तर प्रदेश सरकार ने भूमि से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए upbhulekh नाम का पोर्टल बनाया है. इसका उद्देश्य लोगों को भूमि से जुड़ी जानकारी को सरलता से प्रदेशवासियों तक पहुंचाना था.

Bhulekh Uttar Pradesh | भूलेख उत्तर प्रदेश क्या काम आता है ?
  • भूलेख में भूमि मालिक का पूरा विवरण होता है इसलिए यह अत्यंत ज़रूरी और आवश्यकता दस्तावेज है.
  • इसके ज़रिये कोई भी व्यक्ति आसानी से बैंक से ऋण ले सकता है.
  • किसान इसके माध्यम से फसल का बीमा का करवा सकता है.
  • यह दस्तावेज ज़मीन का बटवारा होने पर भी काम आता है.
उत्तर प्रदेश भूलेख पोर्टल क्या है | Up bhulekh Portal
  • उत्तर प्रदेश भूलेख पोर्टल Up bhulekh Portal को राज्य सरकार ने ज़मीन का विवरण और भूमि रिकॉर्ड को कंप्यूटरीकृत करने के उद्देश्य से बनाया गया है.
  • इसमें खसरा खौतानी से जुड़ी प्रतिदिन की गतिविधियों को सुव्यवस्थित किया जाता है.
Bhulekh uttar pradesh online suvidha kaise prapt karen | Online khatauni check UP
  • यूपी भूलेख | खसरा खतौनी जमाबंदी नकल ऑनलाइन | khatoni Online 2021 upbhulekh.gov.in
  • किसी भी व्यक्ति को उत्तर प्रदेश भूलेख की कॉपी डाउनलोड करने के इसकी ऑफिसियल वेबसाइट upbhulekh.gov.in पर जाना होगा
  • वेबसाइट के ओपन होने के बाद आपको ऑनलाइन सुवधाओं की लिस्ट प्राप्त होगी
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आसान भाषा में जानें फसल किसे कहते है और इसके प्रकार | Fasal kise Kahate Hain

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फसल किसे कहते है(fasal kise kahate hain) ये जानना आम नागरिक से लेकर एक छात्र तक के लिए अनिवार्य है.फसलों के बारे में इतना सुनने के बाद भी हम फसल किसे कहते है ये बताने में नाकाम रहते हैं. हम फसल को परिभाषित करने में असफल होते हैं. Achhifasal.com के इस लेख के माध्यम से आपको फसल के बारे में सबकुछ जानने को मिलेगा. जिसमें फसल किसे कहते है, फसल की परिभाषा, फसलों के उदाहरण, नगदी की फसल किसे कहते है, रबी की फसल किसे कहते है,और फसलों के प्रकार शामिल हैं. आपसे अनुरोध है फसलों के बारे में सबकुछ जानने के लिए लेख को अंत तक पढ़े.

फसल किसे कहते है ( What are crop in hindi)

किसानों द्वारा अपने खेतों में उगाई जाने वाली जीवित पौंध को फसल कहा जाता है(kharif fasal ki paribhasha).आमतौर पर किसी भी खेत को सिर्फ़  एक प्रकार की फसल उगाने के लिए तैयार किया जाता है.अधिकतम फसलें अनाज अथवा सब्जियों जैसे खाद्य पदार्थो से सम्बंधित होती हैं. फसलों का प्रयोग न सिर्फ़ खाद्य पदार्थो के उत्पादन के लिए होता है बल्कि कई ऐसी फसलें भी है जिनका उपयोग दवाइयों के उत्पादन के लिए किया जाता है.

फसलों के प्रकार (Types of crops in hindi)

मुख्य तौर पर फसलों के प्रकार(crops types in hindi) को मौसम के सीजन के अनुसार बांटा गया है. फसलें मुख्य तौर पर 6 प्रकार की होती हैं.

  • रबी की फसल
  • खरीफ की फसल
  • नकदी की फसल
  • जायद की फसल
  • मिश्रित फसल
  • बहुविध फसल

नकदी फसल किसे कहते है (Nakdi Ki fasal kise kahate hai)

नकदी फसल ऐसी फसल होती है जिनके पूर्ण रूप से उग जाने का बाद भी उन्हें इस्तेमाल में नहीं लिया जाता. यह फसल किसी भी उत्पाद का एक कच्चा रूप होती हैं जिसको उद्योगों द्वारा तैयार माल के रूप में परिवर्तित किया जाता है.उद्योगों को यह कच्चा माल बेचा जाता है जिसके बदले में किसानों को अपना जीवन स्तर सुधारने एवं कृषि विकास के लिए पूंजी की प्राप्ति होती है. हमारे देश के कृषि क्षेत्रफल का 26 प्रतिशत भाग नकदी फसल में सम्मिलित है, परन्तु कृषि उत्पादन में इनका योगदान लगभग 40 प्रतिशत है.

नकदी फसल के नाम

  • गन्ना 
  • तम्बाकू
  • संतरा
  • कपास
  • कोको
  • जूट
  • मेस्ट
  • सरसों
  • मूंगफली
  • अलसी
  • कॉफ़ी

Kharif ki fasal kise kahate hain

भारत में फ़सलों की बुवाई और कटाई के सीजन के अनुसार उन्हें मुख्य रूप से दो भागों में बंटा गया है. पहला जुलाई से अक्टूबर और दूसरा अक्टूबर से मार्च. जुलाई से अक्टूबर माह के दौरान जिन फसलों को बोया और कटा जाता है. उन्हें खरीफ की फसल के रूप में परिभाषित किया जाता है. दूसरे शब्दों में यदि इन्हें परिभाषित करें तो खरीफ की फसल उन्हें कहा जाता है जिन्हें बोते वक़्त तापमान अधिक होने के साथ ही अधिक आद्रता की आवश्यकता होती है,लेकिन जैसे-जैसे ये फसलें तैयार होने और पकने की तरफ़ बढ़ती हैं मौसम शुष्क होने लगता है या कह लें फसलों को पकने के लिए शुष्क मौसम की ज़रुरत पड़ती है.

खरीफ की फसल के नाम( kharif crops name in hindi)

  • धान
  • मक्का
  • ज्वार 
  • बाजरा
  • मूंग
  • सोयाबीन
  • उड़द
  • तुअर
  • कुल्थी

Rabi Ki Fasal Kise kahte hain

सर्दी से लेकर वर्षा ऋतू के बीच में उगाई जाने वाली फसलों को रबी फसल के नाम से जाना जाता है.रबी की फसलों की बुआई आमतौर पर अक्टूबर से नवंबर के महीने में करी जाती है और इनकी कटाई मार्च से अप्रैल के बीच में होती है. रबी की फसलों को कम तापमान तथा पकते समय खुश्क और गर्म वातावरण की आवश्यकता होती है और इन फसलों को सर्दी की फसलों के रूप में भी जाना जाता है.

रबी फसल के नाम(Rabi crops name in hindi)

  • गेंहू
  • जौ
  • जई
  • तोरिया (लाही)
  • राई
  • पीली सरसों
  • अलसी
  • कुसुम
  • मक्का
  • चना
  • मटर
  • मसूर
  • राजमा
  • बरसीम
  • मशरूम
  • आलू

जायद की फसल किसे कहते हैं ?(Jayad Ki fasal Kise kahte hai)

जायद की फसल उन फसलों को कहा जाता है. जो साल की दो प्रमुख फसलों के बीच में या फिर किसी प्रमुख फसल के पहले, बहुत ही कम समय के लिए उगाई जाती हैं. जायद की फसल तेज़ गर्मी और शुष्क हवाओं को सहन करने का सामर्थ्य रखती है.कई किसान जायद की फसल का उत्पादन अपनी प्रमुख फसल के खराब हो जाने पर ही करते है ताकि फसल के खराब होने से जो उनका नुकसान हुआ है उसकी भरपाई हो सके.

जायद फसल के नाम(Jyayad crops name)

  • मूंग
  • सूरजमुखी
  • उर्द
  • मूंगफली
  • मक्का
  • चना
  • हरा चारा
  • कपास
  • जूट
  • तरबूज
  • करेला
  • खरबूज
  • खीरा

मिश्रित फसल किसे कहते है(Mishrit fasal kise kahate hai)

एक ही खेत में दो या दो से अधिक फसलों को उगाने की विधि को मिश्रित फसलों की खेती कहा जाता है. भूमि की उर्वरा शक्ति को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए एक ही खेत में दो अलग-अलग फसलें उगाई जाती हैं. इसमें उन्नत फसल-चक्र को अपनाया जाता है. ज्यादातर जब किसान फसलोत्पादन के साथ-साथ पशुपालन भी करता है तब वह मिश्रित खेती की विधि को अपनाता है जहां फसल के साथ-साथ पशुओं के लिए घास भी उगाई जाती है.

मिश्रित फसल के उदाहरण(Mishrit Crops name in hindi)

  •  आलू + मक्का
  • हल्दी + अरहर,
  • मूंगफली + अरहर
  • नारियल + केला + अदरक
  • हल्दी + मक्का + अरहर
  • अरहर + अनन्नास
  • अरहर + हल्दी
  • अदरक+अरहर

बहुविध फसल किसे कहते हैं ?(Bahuvidh fasal kise kahte hai)

एक वर्ष में किसी भूमि पर एक से ज्यादा फसल पैदा करने की विधि को बहुविध फसल प्रणाली कहते है और इस विधि के अंतर्गत पैदा होने वाली फसलों को बहुविध फसल कहते है. साधारण भाषा में समझाया जाये तो विभिन्न प्रकार की फसले जो एक ही खेत में अलग-अलग सीजन में उगाई जाती है उन फसलों को बहुविध फसल कहा जाता है.

बहुविध फसल के नाम (Bahuvidh crops name)

धान-गेहूँ-मूंग, मक्का-तोरी-गेहूँ-मूंग, धान-बरसीम, मक्का-आलू-प्याज

  • धान-गेहूँ-मूंग 
  • मक्का-तोरी-गेहूँ-मूंग 
  • धान-बरसीम
  • मक्का-आलू-प्याज

फसलों के उदाहरण(Example of crops)

धान, मक्का, ज्वार, बाजरा , जूट, ग्वार, कपास, पटसन, रागी, मूंग , टैंचा, लोबिया ,मूंगफली

  • धान
  • मक्का
  • ज्वार
  • बाजरा 
  • जूट
  • ग्वार
  • कपास
  • पटसन
  • रागी मूंग
  • टैंचा
  • लोबिया
  • मूंगफली

दोस्त इस लेख के माध्यम से आपको फसल किसे कहते हैं (fasal kise kahte hai)और फसल से जुड़ी तमाम जानकारियों जानने का मौक़ा मिला. आप कमेंट कर इस लेख के बारे में अपनी राय दें.

FAQ’s

Question.मिश्रित फसल के उदाहरण (प्रकार) बताओं ?

Answer.आलू + मक्का, हल्दी + अरहर, मूंगफली + अरहर, नारियल + केला + अदरक, हल्दी + मक्का + अरहर, अरहर + अनन्नास, अरहर + हल्दी, अदरक+अरहर

Question.जायद की फसल के नाम बताओं ?

Answer.मूंग,सूरजमुखी,उर्द,मूंगफली,मक्का,चना,हरा चारा,कपास,जूट,तरबूज,करेला,खरबूज, खीरा

Question.रबी की फसल के नाम बताओं ?

Answer.गेंहू,जौ,जई,तोरिया (लाही),राई,पीली सरसों,अलसी,कुसुम,मक्का,चना,मटर,मसूर, राजमा,बरसीम,मशरूम,आलू

जानें, आसान भाषा में उर्वरक क्या हैं | Urvarak Kya Hai

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दोस्तों आप छात्र हो या खेती करने वाले किसान सभी को उर्वरक क्या हैं और परिभाषा को जानना ज़रूरी है. इसके के बारे में सबकुछ जानने के लिए आपको achhifasal.com के लेख को अंत पढ़ना आवश्यक है. इस लेख में आपको उर्वरक क्या है, इसकी परिभाषा, जैव उर्वरक, khad or urvarak me antar, सरकार द्वारा उर्वरकों में दी जा रही सब्सिडी के बारे में जानने को मिलेगा.

उर्वरक की परिभाषा (Fertilizer definition in Hindi)

उन रसायन को उर्वरक(urvarak ki paribhasha) कहा जाता है जो फसल की उपज बढ़ाने में मदद करते हैं या कृषि उपज बढ़ाने में प्रयुक्त किए जाते हैं. उर्वरकों का इस्तेमाल पड़े-पौधों की वृद्धि करने में भी किया जाता है. एक तौर पर देखा जाए तो उर्वरकों का प्रयोग(Use of Fertilizers) भूमि को अतरिक्त पोषक तत्व देने के लिए किया जाता है. अच्छी फसल प्राप्त करने के लिए भूमि में पोषक तत्वों का प्रचुर मात्रा में होना ज़रूरी होता है और इन्हीं की आपूर्ति कृत्रिम तौर पर भूमि को पोषक तत्व देकर की जाती है.

उर्वरकों के प्रकार(Types of Fertilizers in Hindi)

मुख्य रूप से 6 प्रकार के उर्वरक होते हैं वो निम्नलिखित हैं

  • अकार्बनिक उवर्रक (Inorganic Fertilizers)
  • नाइट्रोजनी उर्वरक (Nitrogenous Fertilizers)
  • फॉस्फेटिक उर्वरक (Phosophatic Fertilizers)
  • पोटाश उर्वरक (Potash Fertilizers)
  • NP उर्वरक (NP Fertilizers)
  • पूर्ण उर्वरक (Complete Fertilizers)

उर्वरकों का इस्तेमाल(Use of Fertilizers)

उर्वरकों इस्तेमाल(urvarak ka prayog kiya jata hai) करना बड़ा ही आसान है, पहले उर्वरक को पानी में घोला जाता है जिसके बाद मिट्टी या फिर पत्तियों पर उसका छिड़काव किया जाता है. छिड़काव करने पर पौधों की मिट्टी और पत्तियां इसे अवशोषित कर लेती हैं. वैसे तो इसका इस्तेमाल पौधों में आवश्यक तत्वों की तत्काल पूर्ति के लिए किया जाता है, लेकिन इसके प्रयोग के कुछ दुष्परिणाम भी हो सकते है. यह सिंचाई के समय जल के साथ ही जमीन के नीचे पहुंच जाता है जिसके कारण भूमि में उपस्थित जल दूषित हो जाता है, और तो और रसायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल मिट्टी में उपस्थित जीवाणुओं और सूक्ष्मजीवों के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है इन्ही कारणों की वजह से रसायनिक उर्वरकों के विकल्प में जैविक उर्वरको या जैविक खाद का प्रयोग तेज़ी से प्रचलन में आ रहा है.

उर्वरक किसे कहते हैं ( Urvarak kise kahate hain)

खाद को इंग्लिश में Manure बोलते हैं. खाद का प्रयोग भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए किया जाता है. जल के अतिरिक्त वो पदार्थ जिनका प्रयोग खेती की उर्वरकता बढ़ाने और भूमि को आवश्यक खनिज़-तत्व प्रदान करने के लिए किया जाता है खाद कहलाते हैं. खाद में पोषक तत्व जटिल कार्बनिक रूपों में मौजूद रहते हैं. खाद वो जैविक प्रदार्थ हैं जिनका उपयोग कर खेती की उर्वरा शक्ति को प्राकृतिक तौर पर बढ़ाया जाता है. खाद पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, मानव और जीव-जंतुओं के अवशिष्ट पदार्थों के अपघटन से प्राप्त होता है. इनके प्रयोग से ज़मीन उपजाऊ होती है.

खाद के प्रकार ( Types of Khad in Hindi)

इसके मुख्य रूप से तीन प्रकार होते हैं

  • गोबर खाद (Animal Manure)
  • कम्पोस्ट खाद (Compost)
  • हरी खाद (Green Manure)

खाद और उर्वरकों में अंतर (khad or urvarak me antar)

भूमि को उपजाव बनाने और पोषक-तत्व देने के लिए जिन रसायनों का प्रयोग किया जाता है उन्हें Fertilizer कहते हैं. खाद का प्रयोग भी भूमि की उर्वरा शक्ति और भूमि को उपजाव बनाने के लिए किया जाता है लेकिन खाद प्राकृतिक पदार्थों से प्राप्त की जाती है. उर्वरकों को कृत्रिम तौर पर कारखानों में तैयार किया जाता है. खाद पर्यावरण के अनुकूल होती है जबकि उर्वरकों के प्रयोग से भूमि और पर्यावरण दोनों को नुकसान पहुंचता है. उर्वरकों को पेड़-पौधों की पत्तियां और भूमि तेज़ी से अवशोषित करती है लेकिन खाद को धीरे-धीरे अवशोषित किया जाता है. अक्सर ऐसा देखा गया कि उर्वरकों की तुलना में खाद काफ़ी सस्ती और बजट फ्रेंडली होती हैं.

जैविक उर्वरकों के लाभ ?(Benefit of fertilizer in Hindi)

जैविक खाद या जीवाणु खाद उन उर्वरकों को कहा जाता हैं जिन्हें जीव-जन्तुओं या वनस्पतियों से प्राप्त किया जाता हैं, जैसे खाद, कम्पोस्ट, आदि.जैविक उर्वरक के प्रयोग से भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है साथ ही साथ पर्यावरण पर किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होता.खेतों की एक ग्राम मिट्टी में लगभग दो-तीन अरब सूक्ष्म जीवाणु मौजूद होते हैं जिसमें मुख्यतः बैक्टिरीया, फफूंद, कवक, प्रोटोजोआ, आदि शामिल होते हैं जो मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाते है और फ़सलों की वृद्धि में अनेक कार्य करते हैं. जैविक उर्वरक का भूमि पर धीरे-धीरे प्रभाव पड़ता है लेकिन बहुत ही लाभकारी होता है.

उर्वरक सब्सिडी में केंद्र सरकार द्वारा किये गए बदलाव

केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने उर्वरक सब्सिडी में बदलाव करते हुए वर्तमान वित्त वर्ष 2021-22 में किसानों को 1 लाख करोड़ की सब्सिडी प्रदान करने का प्रस्ताव रखा है.पिछले वित्त वर्ष तक जहां इस सब्सिडी का लाभ उर्वरक कंपनियों को मिलता था वहीं इस वित्त वर्ष में पूरा लाभ किसानों के हित में रहेगा. बीते वर्ष तक यह सब्सिडी , उर्वरक उत्पादन करने वाली कंपनियों को दी जाती थी जो सब्सिडी पर कीमतों में किसानों को उर्वरक बेचा करते थे. लेकिन अब केंद्र सरकार इस सब्सिडी को सीधा ही देश के 14 करोड़ किसानों के बैंक खातों स्थानांतरण(ट्रांसफर) करने पर काम कर रही है.इस योजना पर काम करते हुए केंद्र सरकार ने उर्वरक कंपनियों को पिछले वर्ष के बकाया 1.36 रुपयों का भुगतान कर दिया है.केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय द्वारा इस योजना को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर(डीबीटी) योजना के तौर पर पेश किया है जिसके अंतर्गत इस योजना का लाभ सीधा किसानों को होगा.

कृषि क्षेत्र में वृद्धि

बीते वर्ष यानी कि 2020 में केंद्र सरकार ने 79,998 करोड़ रूपये की उर्वरक सब्सिडी प्रदान करी थी. वहीं 2019 में 70,605 करोड़ रूपये की सब्सिडी दी गई थी. सरकार ने कोरोना काल के दौरान सरकार तीसरे राहत पैकेज में भी 65,000 करोड़ रूपये की उर्वरक सब्सिडी दी. अब इस वर्ष 1 लाख करोड़ की सब्सिडी का प्रस्ताव यह दर्शाता है कि सरकार कृषि क्षेत्र में विकास को लेकर अनुकूल कदम उठा रही है जिसका लाभ पूर्ण रूप से हमारे देश के किसानो को होगा.

आसान भाषा में PM Kisan samman Nidhi योजना के बारे में जानें सबकुछ

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किसानों की आय दुगना करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) योजना को शुरू किया था. इसके तहत किसानों को 6000 रुपये की सहायता राशि तीन किस्तों में दी जाती है. Achhifasal.com के इस लेख के माध्यम से हम आपको प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के बारे में कई जानकारियां देंगे. जिसमें पीएम किसान सम्मान निधि योजना क्या है, इसका लाभ कौन-कौन ले सकता है, इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें, पीएम किसान सम्मान निधि योजना रिजेक्ट लिस्ट-2021 आदि शामिल हैं. आपसे अनुरोध है कि इस योजना के बारे में सबकुछ जानने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़ें.

Table of Contents

पीएम किसान सम्मान निधि योजना क्या है  ?

Pm kisan samman nidhi केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. जो छोटे और सीमान्त किसानों को आर्थिक तौर पर सहायता प्रदान करती है. इसके तहत जिन किसानों के पास 2 हक्टेयर या 4.9 एकड़ से कम भूमि है उन्हें 2000 रुपये तीन किस्तों में प्रदान किए जाते हैं. यह राशि केंद्र सरकार डीबीटी के तहत किसानों के खाते में भेजीती है.

पीएम किसान सम्मान निधि योजना का उद्देश्य क्या है ?
  • Pm kisan samman nidhi योजना का मकसद छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक मदद देना है
  • इसके तहत किसानों की वित्तीय ज़रूरतों को भी पूरा किया जाता है
  • ये छोटे और सीमान्त किसानों को उनके निवेश और अन्य ज़रूरतों को पूरा करने में मदद करने का काम करती है
  • यह योजना किसानों को साहूकारों के चुंगल में फसने से बचाती है जिससे उनके कृषि कार्य बिना किसी रुकावट के चलते रहे
  • यह योजना किसानों की कृषि पद्धितियों के आधुनिकरण में सहायता करने का काम भी करती है
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना कब शुरू हुई ? |When did Pm kisan samman nidhi yojana start

इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 1 दिसम्बर 2018 को लागू किया गया. इस योजना की पहली किस्त किसानों के खाते में दिसम्बर 2018 से मार्च 2019 के बीच भेजी गई.

भूमिहीन किसानों को भी मिलेगा लाभ| PM Kisan samman nidhi Latest Update

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 जनवरी 2021 को असम का एकदिवसीय दौरा किया था. इस दौरान प्रधानमंत्री ने असम के शिवसागर ज़िले में 1.6 लाख भूमिहीन मूल निवासियों को पट्टे बांटे थे.इसके बाद इन लोगों को ज़मीन का आधिकारिक हक़ मिल जाएगा. इसके बाद इन किसानों को केंद्र और राज्य सरकारों की तमाम योजनाओं का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा. इन किसानों को पीएम किसान(PM Kisan) योजना का लाभ भी मिलना शुरू हो जाएगा.

पीएम किसान योजना (Pm Kisan samman nidhi) की विशेषतायें

योजना का नाम PM-KISAN YOJANA
योजना का पूरा नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना
लॉन्च की तारीख 24 फ़रवरी 2019
मंत्रालय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय
वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/
पीएम किसान के अंतर्गत आवेदन की शर्तें| Terms of Registration under pm kisan samman nidhi

Pm kisan samman nidhi के तहत पंजीकरण कराने के लिए कई बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है

  1. यदि कोई व्यक्ति पेशे से डॉक्टर, इंजीनियर, अथवा वकील है और साथ में खेती करता है तो वह इसका हक़दार नहीं होगा
  2. केंद्र और राज्य सरकार में कार्यरत कर्मचारी इसका लाभ नहीं उठा सकते हैं
  3. केंद्र और राज्य सरकार से दस हज़ार रुपये की पेंशन प्राप्त करने के वाले लोग भी इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं
  4. इनकम टैक्स जमा करने वाले लोग भी इस योजना के लाभों से वंचित रहेंगे
  5. किसी सैविधानिक पद पर रह चुका किसान भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकता है
पीएम किसान स्कीम की पात्रता|eligibity for PM Kisan Samman Nidhi
  • खेती योग्य भूमि वाले किसान परिवार पीएम किसान स्कीम(PM kisan samman Nidhi) के लिए आवेदन कर सकते हैं
  • जिनके पास पास 2 हक्टेयर या 4.9 एकड़ से कम भूमि है वो आवेदन कर सकते हैं
  • शहरीय और ग्रामीण क्षेत्रों के किसान पीएम किसान स्कीम(PM kisan samman Nidhi)  के लिए आवेदन कर सकते हैं
  • छोटे और सीमान्त किसान परिवार इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं
होली से पहले मिलेगी पीएम किसान सम्मान निधि की 8वीं क़िस्त

इस बार केंद्र सरकार होली के त्योहार से पहले ही किसान सम्मान निधि की 8वीं क़िस्त भेज सकती है. सहायता राशि के तौर पर किसानों के खाते में 2000 रुपए की राशि भेजी जाएगी. PM Kisan Yojana से 12 मार्च 2021 तक कुल 11.71 करोड़ किसान जुड़ चुके हैं. केंद्र सरकार ने इस योजना के पात्र किसानों का नाम हटाने की शुरुआत भी कर दी है. अब इस योजना का लाभ हक़दार किसान ही ले पाएंगे.

देश के कितने किसानों को पीएम किसान का लाभ होगा ? |How many farmers has benefited

पीएम किसान योजना का लाभ देश के 11.25 करोड़ छोटे व सीमान्त किसानों को होगा. केंद्र सरकार इस योजना के तहत 75,000 करोड़ रुपये किसान खातों में डीबीटी के तहत डालेगी. प्रत्येक चार महीने में किसानों के खाते में 2000 रुपये की धनराशि भेजी जाएगी.

क़िस्त किसान
पहली किस्त10.26 करोड़ किसानों को
दूसरी किस्त9.89 करोड़ किसानों को
तीसरी किस्त9.00 करोड़ किसानों को
चौथी किस्त7.73 करोड़ किसानों को
पांचवीं किस्त6.48 करोड़ किसानों को
छठीं किस्त3.77 करोड़ किसानों को
अब तक कितनी किस्ते भेजी जा चुकी हैं ?|How many instalment govt has transferred

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसनों के खाते में 7 किस्तें भेजी जा चुकी हैं.

क़िस्त महीना
पहली किस्त1 दिसम्बर 2018 से 31 मार्च 2019 के बीच  
दूसरी किस्त1 अप्रैल 2019 से 31 जुलाई 2019 के बीच  
तीसरी किस्त1 अगस्त 2019 से 30 नवम्बर 2019 के बीच
चौथी किस्त1 दिसम्बर 2019 से 31 मार्च 2020 के बीच
छठी किस्त1 अगस्त 2020 से 30 नवम्बर 2020 के बीच
सातवीं किस्त1 दिसम्बर 2020 से 31 मार्च 2021 के बीच
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 8वीं किस्त अप्रैल में किसानों के खातों में भेजी जाएगी.
किसान पीएम किसान निधि योजना के अंतर्गत किन गलतियों को न करें

अक्सर किसान पीएम किसान निधि योजना के लिए आवेदन करते वक़्त बहुत छोटी-छोटी गलतियां कर देते हैं, जिससे उनका पैसा अटक जाता है. किसान निम्नलिखित गलतियों को न करें.

  1. आवेदन में लिखा नाम और आधार का नाम एक होना आवश्यक है, नाम मेल ना खाने पर पैसे अटक जायेंगे.
  2. बैंक अकाउंट नंबर भरते वक़्त यदि आपका नाम आवेदन में भरे गए नाम से मेल नहीं खाता है  तो आपके पैसे अटक सकता है
  3. बैंक आईएफएससी कोड ग़लत डालने पर भी किसानों के पैसे कटक सकते हैं
  4. कई बार किसान आधार नंबर ग़लत डाल देते हैं जिससे भी किसानों के पैसे अटक जाते हैं
पीएम किसान निधि योजना कैसे चेक करें  ?| How to check Pm Kisan Nidhi
  • पीएम किसान निधि योजना की नई सूची किसान आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर देखी जा सकती है
  • किसान भाइयों को सबसे पहले किसान को  pmkisan.gov.in की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा
  • फिर वेबसाइट खुलने के बाद फार्मर कार्नर पर जाना होगा
  • तत पश्चात् किसान भाइयों को लाभार्थी सूची के लिंक पर क्लिक करना होगा
  • किसान भाई अपना राज्य, ज़िला, उप-ज़िला, ब्लॉक और गांव के बारे जानकारी को भरें
  • इसके बाद  किसान भाई Get Click के आप्शन पर जा कर जानकारी हासिल कर सकते हैं
पीएम किसान सम्मान निधि योजना अब पश्चिम बंगाल में भी होगी लागू| New update in Pm kisan Nidhi yojana 2021

इस योजना का लाभ अब पश्चिम बंगाल के किसानों को भी मिलेगा. पहले यहां के किसान इस योजना के लाभ से वंचित थे. यहां केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना PM Kisan अन्य राज्यों के मुक़ाबले काफ़ी विभिन्न है. यहां केंद्र की तरफ़ से भेजा गया पीएम किसान का पैसा सीधे किसानों के खातों में नहीं जाता बल्कि केंद्र सरकार पहले रकम को राज्य सरकार के खाते में ट्रान्सफर करती है और फिर राज्य की सरकार पीएम किसान की धनराशि को किसानों के बैंक खातों में भेजती है.

आवेदन करने का पहला तरीका|Kisan samman Registration Process

किसान भाई Pm kisan samman nidhi का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले नोडल ऑफिसर से मिलें. नोडल ऑफिसर को राज्य सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है. किसान भाई अपने क्षेत्र के लेखपाल और पटवारी से भी आवेदन के लिए सम्पर्क कर सकते हैं. किसान भाई किसान जनसेवा केंद्र जाकर भी योजना के लिए पंजीकरण करा सकते हैं.

कैसे होता है रजिस्ट्रेशन|How to Register

अब पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in/) पर जाएं. यहां न्यू रजिस्ट्रेशन का विकल्प मिलेगा, उस पर क्लिक करना होगा, अब एक नया पेज खुल जाएगा.

खुलने के बाद किसान भाई फार्मर वाले कार्नर पर जाएं

तत पश्चात् किसान भाई ख़ुद को रजिस्टर्ड कराने के लिए पहले( New Farmer Registration ) बॉक्स में क्लिक करें

  • फिर किसान भाई बॉक्स में आधार कार्ड नंबर, राज्य और कैप्चा इमेज को डाले दें
  • इस तरह किसान भाई अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना पंजीकरण के लिए ज़रूरी कागजात ( Important Documents for PM Kisan)

-पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर रजिस्ट्रेशन होगा.
-आधार कार्ड देना सबके लिए जरूरी है.
-अगर आपको पीएम किसान स्कीम का लाभ नहीं मिल रहा तो खसरा-खतौनी की नकल लगेगी.
-2 फोटो और बैंक की पासबुक की भी जरूरत होगी.
-रजिस्ट्रेशन के दौरान किसान पेंशन यूनिक नंबर और पेंशन कार्ड बनाया जाएगा

पीएम किसान योजना रिजेक्टेड लिस्ट- 2021(PM Kisan Rejected List 2021)

पीएम किसान योजना के तहत किसानों के खातों में पीएम किसान सम्मान निधि की 7वीं किस्त भेजी जा रही है. यह क़िस्त किसानों के खातों में 31 मार्च 2021 तक भेजी जाएगी. कुछ गड़बड़ी और ग़लत तरीके की वजह से किसानों के खातों में पैसा जाने से रोक दिया गया है. कई बार ऐसा भी हुआ कि सरकार ने पैसा भेजने के बाद भी सरकार ने पैसा काट लिया है. सरकार ने कई किसानों के आवेदन भी स्तगित कर दिए हैं.

PM Kisan Yojana ki Reject list 2021 kaise dekhe
  • सबसे पहले किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाए
  • इसके बाद किसान भाई Dashboard पर जाएं
  • इसके बाद नए पेज में विलेज डेसबोर्ड ओपन हो जाएगा

किसान भाई अपने राज्य, ज़िले और गांव की जानकारी भरने के बाद Show वाले बटन पर क्लिक करें

इसके बाद किसान भाई रिजेक्टेड लिस्ट में क्लिक करें और अपना नाम चेक करें

खाते में पैसा ना आने पर शिकायत किस से करें ? |Complaint for Pm Kisan Nidhi Yojana

पीएम किसान योजना की 7वीं क़िस्त रिलीज़ हो चुकी है. इसके बाद भी अगर आपके खाते में पैसा नहीं आया है, तो आप हेल्पलाइन नंबर 011-24300606 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर | PM KIsan Helpline Number

सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए अन्य कई टोल फ्री नंबर भी जारी किए हैं, ताकि यदि किसी के खाते में पैसे क्रेडिट नहीं हुए हों या क्रेडिट होने में देर हो रही हो, वे यहां अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

  • PMKSN टोल फ्री नंबर: 18001155266
  • पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर:155261
  • kisan samman nidhi लैंडलाइन नंबर्स: 011—23381092, 23382401
  • पीएम किसान की नई हेल्पलाइन: 011-24300606
  • kisan samman की एक और हेल्पलाइन है: 0120-6025109
pm kisan samman nidhi ऐप को कैसे डाउनलोड करें |How to download PM Kisan App
  • सबसे पहले किसान भाई एंड्राइड मोबाइल के प्ले स्टोर में जाए
  • वहां सर्च बार में जाकर किसान भाई PM kisan टाइप करें
  • नीचे ऐप लिस्ट खुल जाएगी और पीएम किसान की ऐप को डाउनलोड कर लें